Chankya Niti : आचार्य चाणक्य का विश्व में बड़ा नाम है। हजारों साल बाद भी चाणक्य के तय किए गए सूत्र सभी को मार्गदर्शन देते आ रहे हैं। उनकी सीखों को अपना कर लोगों ने अपनी दिशाएं, प्राथमिकताएं तय की हैं। कठिन समय में किस तरह कार्य करना है। किनसे किस तरह का व्यवहार करना है पर आचार्य चाणक्य की नीति का पालन लोग करते हैं। चाणक्य विद्वान मंत्री, शिक्षक, गुरु रहे हैं। उन्होंने अपनी नीतियों के जरिए पूरे जगत को दिशा दिखाई है। आइये हम यहां उनकी 6 बातों पर चर्चा करते हैं, जो जीवन में हरदम काम आएंगे। (Read Chankya Niti)
आचार्य चाणक्य (Chankya Niti) के अनुसार –
- धन का महत्व – आचार्य चाणक्य धन के महत्व के समझते थे। इसी कारण उनका कहना है कि हमेशा धन की बचत करनी चाहिए, क्योंकि धन होने से व्यक्ति की समस्याएं कम हो जाती हैं। साथ ही धन कठिन परिस्थितियों से उबारने में मदद करता है।
- दया और धर्म – जिन व्यक्तियों के हृदय में दया और धर्म के प्रति श्रद्धा और विश्वास का भाव नहीं है उनके पास नहीं रहना चाहिए। ऐसे व्यक्ति कभी भी आपके अपने नहीं हो सकते हैं।
- विद्या – आचार्य चाणक्य शिक्षा को उन्नति का सबसे बड़ा कारक मानते थे। उनका मानना था कि हर हाल में शिक्षित होना चाहिए। जिनके पास विद्या है वे कठिन से कठिन परिस्थिति से भी संघर्ष कर सकते हैं। साथ ही अर्जित विद्या से अपना जीवनयापन कर सकते हैं।
- दाम्पत्य जीवन- चाणक्य नीति के अनुसार कभी भी वैवाहिक जीवन की बातें दूसरों से नहीं करनी चाहिए। इसे स्वयं तक ही सीमित रखना चाहिए। खासकर विवाद की स्थिति की तो कभी भी चर्चा नहीं करना चाहिए आपका मित्र कितना भी करीबी क्यों न हो। ऐसा होने पर प्रतिष्ठा में कमी आती है।
- अपमान की बात – अगर आपका किसी जगह अपमान किया गया है तो इसकी चर्चा कभी भी किसी के साथ न करें। क्योंकि ऐसा होने पर लोग आपका उपहास करने से नहीं चूकेंगे और आपको ही दोषी ठहरा सकते हैं।
- योजना – आचार्य चाणक्य कहते हैं अपनी योजनाओं की जानकारी देने में हमेशा सावधानी रखनी चाहिए। आपकी योजनाओं की जरूरी जानकारी किसी को पता चलेगी तो वह उसका फायदा उठा सकता है और कार्य की सफलता में संदेह रहता है।
चाणक्य नीति: धन को लेकर चाणक्य की 9 बातें, जानें इसे