Monday, May 29, 2023

परेशानियों से दिन-रात बेचैन हैं? कहीं कुंडली का यह भयानक दोष तो नहीं!

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Kaal Sarp Dosh: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति के अनुसार फल प्राप्त होता है। ये ग्रह जातक के जीवन पर शुभ-अशुभ असर डालते हैं। कुंडली में ग्रहों स्थिति के कारण दोष पैदा हो रहा हो तो उसका निवारण करने का उपाय जल्‍द कर लें। जिससे उसके अशुभ असर से बचा जा सके। ज्योतिष के अनुसार कुंडली में काल सर्प योग होना या काल सर्प दोष होना बहुत हानिकारक साबित हो सकता है। इसके चलते काल सर्प दोष का शीघ्र उपाय कर लें। अन्यथा आर्थिक, शारीरिक और मानसिक परेशानियों से गुजरना पड़ता है।

कालसर्प दोष क्या है 

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब कुंडली के ग्रह राहु और केतु के बीच आ जाते हैं तो उसे कालसर्प दोष कहा जाता है। चूंकि ज्‍योतिष में राहु को काल कहा गया है, इसका मतलब मृत्यु होता है। वहीं सर्प को केतु का अधिदेवता कहा जाता है, इसके चलते इस दोष को काल सर्प दोष (Kaal Sarp Dosh) कहते हैं। माना जाता है कि कुंडली में कालसर्प दोष हो तो ग्रहों के शुभ फल भी नष्‍ट हो जाते हैं।

कालसर्प दोष के लक्षण

  • जातकों की कुंडली में कालसर्प दोष होता है उन्‍हें कई तरह की शारीरिक, मानसिक और आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे जातक की तरक्‍की, विवाह, कामों में रूकावट आती हैं।
  • कुंडली में कालसर्प दोष का होना व्‍यक्ति को संतान संबंधी कष्‍ट भी देता है। या तो संतान नहीं होती या फिर संतान को कई कष्‍ट रहता है।
  • काल सर्प दोष (Kaal Sarp Dosh) के कारण व्‍यक्ति के काम में बार-बार रुकावटें आती हैं। कामकाज में हानि होती है।
  • सपने में बार-बार सांप दिखना भी कुंडली में कालसर्प दोष होने का लक्षण है।

कालसर्प दोष (Kaal Sarp Dosh) के उपाय

काल सर्प दोष (Kaal Sarp Dosh) निवारण के लिए शनिवार को बहते जल में कोयला प्रवाहित करें। सोमवार, शिवरात्रि या नागपंचमी के दिन शिवलिंग पर चांदी के नाग-नागिन अर्पित करें। चांदी के नाग-नागिन बहते पानी में प्रवाहित करना भी काल सर्प दोष (Kaal Sarp Dosh) निवारण का अच्‍छा उपाय है। श्रावण मास में कालसर्प दोष निवारण के उपाय करना भी अच्छा माना गया है।

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