Monday, October 2, 2023
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Chandrayaan-3: चंद्रमा की अनजानी जगह पर आज उतरेगा हमारा चंद्रयान-3, भारत इतिहास रचने से चंद कदम दूर

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Chandrayaan-3: भारत अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में इतिहास रचने से अब कुछ ही कदम दूर है। इसरो द्वारा चंद्रमा पर भेजा गया चंद्रयान-3 का लैंडर मॉड्यूल आज शाम 5:30 से 6:30 बजे के बीच चंद्रमा की अनजानी जगह को स्पर्श करेगा, जहां आज तक कोई दूसरा देश नहीं पहुंच पाया है। न ही इस हिस्से को किसी ने अब देखा है। चंद्रयान-3 की लैंडिंग का देशवासियों सहित पूरी दुनिया को इंतजार है।

आज 23 अगस्त की तारीख भारत के लिए ऐतिहासिक होने जा रहा है। चंद्रयान-3 का लैंडर आज शाम 5.45 मिनट पर चंद्रमा की ओर बढ़ना शुरू करेगा और शाम 6 बजकर 4 मिनट पर इसरो उसकी सॉफ्ट लैंडिंग कराएगा। चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम की सॉफ्ट लैंडिंग सफल रही तो रोवर प्रज्ञान उससे बाहर आएगा और चंद्रमा पर चहलकदमी कर पानी और वहां के वातावरण के बारे में जानकारी देगा। लेकिन चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग की कई चुनौतियां हैं।

ISRO का दावा है कि सुरक्षित लैंडिंग के पुख्ता इंतजाम हैं। ISRO की उम्मीदें अपनी जगह हैं, लेकिन चंद्रयान-3 से करीब एक महीने बाद निकला रूस का लूना-25 चंद्रमा पर क्रैश कर गया। करीब 47 साल बाद मिशन मून पर निकले रूस को ही नहीं, पूरी दुनिया के वैज्ञानिकों के वैज्ञानिकों के लिए सदमे की तरह है।

Chandrayaan-3_006

लूना-25 के लॉन्च पर इसरो ने रूस को बधाई भी दी थी। वहीं भारत का चंद्रयान 3 (Chandrayaan-3) अब परीक्षा देने वाला है। गौरतलब है कि चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर किसी भी देश को अब तक सॉफ्ट लैंडिंग में सफलता नहीं मिली है, इस वजह भारत के लिए भी चुनौती बड़ी है।

चंद्रयान 3 की तीन चुनौतियां

  • चंद्रयान-3 की पहली चुनौती है लैंडर की रफ्तार को नियंत्रित रखना।
  • चंद्रयान-3 के लैंडर के लिए लिए दूसरी चुनौती यह है कि वह उतरते समय सीधा रहे।
  • लैंडर के लिए तीसरी चुनौती है कि उसे उसी जगह पर उतारना, जो ISRO ने चुन रखी है।

How to Watch Chandrayaan-3 Landing Live Streaming

चंद्रयान-3 की लैंडिंग का लाइव प्रसारण 23 अगस्त 2023 की शाम 5 बजकर 27 मिनट से शुरू हो जाएगा।

ISRO की वेबसाइटisro।gov।in

YouTube  youtube।com/watch?v=DLA_64yz8Ss

Facebook  Facebook https://facebook।com/ISRO या

फिर डीडी नेशनल टीवी चैनल पर देखा जा सकता है।

Chandrayaan-3 अपने मिशन को 14 दिन तक अंजाम देगा

लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग सफल रही तो रोवर प्रज्ञान उससे बाहर आएगा और वहां 500 मीटर तक के एरिया में चहलकदमी कर पानी और वहां के वातावरण के बारे में ISRO को बताएगा। आज लैंडिंग के साथ ही लैंडर विक्रम अपना काम शुरू कर देगा। चंद्रमा पर एक दिन पृथ्वी के 14 दिनों के बराबर होता है। इस वजह से चंद्रयान-3 मिशन 14 दिनों तक चंद्रमा की धरती पर रिसर्च करेगा।

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