रायपुर. एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों के विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय स्तर पर एक बार फिर उत्कृष्ट प्रतिभा का परिचय देते हुए छत्तीसगढ़ का नाम पूरे देश में रोशन किया है। राष्ट्रीय क्रीड़ा प्रतियोगिता 2025 में छत्तीसगढ़ ने शानदार प्रदर्शन करते हुए देश में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। राज्य के प्रतिभागियों ने कुल 162 पदक—55 स्वर्ण, 43 रजत और 64 कांस्य—जीतकर इतिहास रच दिया।
इस अद्भुत उपलब्धि पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और आदिम जाति विकास मंत्री रामविचार नेताम ने सभी विजेता खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों और विद्यालयों को हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि प्रदेश के प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ियों की मेहनत, समर्पण और मजबूत खेल संरचना का परिणाम है।
11 से 15 नवंबर 2025 तक ओडिशा में हुआ आयोजन
आदिम जाति विकास विभाग के अनुसार चौथी राष्ट्रीय एकलव्य क्रीड़ा प्रतियोगिता का आयोजन 11 से 15 नवंबर 2025 तक ओडिशा के सुंदरगढ़ में किया गया। इसमें देश के विभिन्न राज्यों से लगभग 7000 खिलाड़ियों ने भाग लिया। छत्तीसगढ़ से 516 सदस्यीय दल (466 खिलाड़ी एवं सहयोगी दल) ने हिस्सा लिया।
विभिन्न खेलों में शानदार पदक प्रदर्शन
छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों ने हर खेल में प्रदर्शन का स्तर ऊंचा रखा। प्रमुख खेल उपलब्धियां—
- स्वीमिंग – 10 स्वर्ण, 09 रजत, 07 कांस्य
- कुश्ती – 07 स्वर्ण
- एथलेटिक्स – 07 स्वर्ण
- ताईक्वांडो – 05 स्वर्ण
- तीरंदाजी – 05 स्वर्ण
- जूडो – 04 स्वर्ण
- बैडमिंटन – 04 स्वर्ण
राज्य के प्रदर्शन के आधार पर छत्तीसगढ़ को द्वितीय स्थान की ट्रॉफी ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी एवं केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम द्वारा प्रदान की गई।
75 एकलव्य विद्यालयों में 27,300 से अधिक विद्यार्थी अध्ययनरत
प्रदेश में 75 एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों में 27,300 से अधिक विद्यार्थी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। यहां शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों के शारीरिक, मानसिक व खेल विकास के लिए उत्कृष्ट सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। इसी का परिणाम है कि आज एकलव्य विद्यालयों के खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर गौरव बढ़ा रहे हैं।
इस अवसर पर आदिम जाति विकास विभाग के प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा एवं आयुक्त डॉ. सारांश मित्तर ने भी पूरे दल को विशेष बधाई दी और आगे भी बेहतर प्रदर्शन की शुभकामनाएं दीं।








