महासमुंद. कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में वर्ष 2023-24 में उपार्जित धान की कस्टम मिलिंग के चावल जमा करने के संबंध में बैठक ली। इस दौरान कस्टम मिलिंग का शेष चावल जमा करने डेटलाइन तय भी की गई।
बैठक में खाद्य अधिकारी संजय शर्मा ने बताया कि जिले में खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 के तहत समर्थन मूल्य पर उपार्जित धान की कस्टम मिलिंग के बाद 523324 मीट्रिक टन चावल भारतीय खाद्य निगम (FCI) में जमा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके विपरीत अब तक जिले के 197 पंजीकृत राईस मिलर्स द्वारा 379272 मीट्रिक टन चावल ही जमा किया गया है।
इस संबंध में कलेक्टर लंगेह ने 16 मिलर्स द्वारा भारतीय खाद्य निगम के गोदाम में चावल जमा करने के लिए स्टेक आबंटित कराने के बावजूद 15 दिन से अधिक समय में चावल जमा न करने साथ ही जिले के 18 राइस मिलर्स द्वारा जमा योग्य चावल की मात्रा का 50 प्रतिशत से कम चावल जमा किया है, पर नाराजगी व्यक्त की।
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उन्होंने सभी मिलर्स को अपनी मिलिंग क्षमता के अनुसार भारतीय खाद्य निगम एवं नागरिक आपूर्ति कस्टम मिलिंग का चावल शीघ्रता से चावल जमा करने का निर्देश दिया, ताकि निर्धारित समय सीमा का पालन किया जा सके। उन्होंने कहा कि समिति प्रबंधक और मिलर्स आपसी समन्वय से कार्य करें। जिससे किसी प्रकार की समस्या नहीं आएगी।
बैठक में राईस मिलर्स ने एफसीआई और नागरिक आपूर्ति निगम में चावल जमा करने के दौरान आ रही परेशानियां से अवगत कराया। इस पर कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को मिलर्स की समस्याओं का त्वरित समाधान करने के निर्देश दिए। मिलर्स ने समितियों से उठाए गए धान की कमी की शिकायत भी की, जिसके समाधान हेतु कलेक्टर ने जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी को उचित कार्रवाई करने का आदेश दिया। शेष चावल जमा कराने की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर 2024 निर्धारित की गई है।