महासमुंद. राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद, छत्तीसगढ़ के सौजन्य से तथा छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के सहयोग से राष्ट्रीय विज्ञान संगोष्ठी 2025-26 का जिला स्तरीय आयोजन आज सेजेस हिंदी माध्यम विद्यालय, महासमुंद में संपन्न हुआ।
इस वर्ष संगोष्ठी का विषय है — “क्वांटम युग का आगाज : संभावनाएँ एवं चुनौतियाँ।”इस आयोजन का उद्देश्य विद्यार्थियों में वैज्ञानिक खोज, विश्लेषणात्मक एवं तर्कशील प्रवृत्तियों को विकसित करना, उभरते वैज्ञानिकों को अपने विचारों के आदान-प्रदान हेतु मंच प्रदान करना तथा देशभर के बच्चों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण और राष्ट्रीय एकता की भावना को प्रोत्साहित करना है।
क्वांटम युग की प्रासंगिकता
क्वांटम तकनीक आज के विज्ञान जगत में एक नई क्रांति का आरंभ मानी जा रही है। यह तकनीक परमाणु और उपपरमाणु स्तर पर पदार्थ एवं ऊर्जा के व्यवहार को समझने से संबंधित है। क्वांटम कंप्यूटिंग, क्वांटम संचार और क्वांटम सेंसरिंग जैसी प्रगतियाँ न केवल कंप्यूटर विज्ञान को नई दिशा दे रही हैं, बल्कि चिकित्सा, रक्षा, संचार और अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में भी अभूतपूर्व परिवर्तन ला रही हैं। भविष्य का यह “क्वांटम युग” विद्यार्थियों के लिए विज्ञान के नए आयामों को समझने और नवाचार की दिशा में आगे बढ़ने का सुनहरा अवसर प्रदान कर रहा है।
विकासखंड स्तर से चयनित 10 विद्यार्थियों ने जिला स्तरीय संगोष्ठी में अपने विचारों का प्रभावशाली प्रस्तुतीकरण किया। प्रतिभागियों ने स्लाइड, पोस्टर एवं फाइल प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विषय पर अपनी रचनात्मक और तार्किक अभिव्यक्ति प्रस्तुत की।
कार्यक्रम के निर्णायक के रूप में हेमेंद्र आचार्य (प्राचार्य) एवं तृप्ति ध्रुव (व्याख्याता) उपस्थित रहीं। निर्णायकों द्वारा मूल्यांकन उपरांत गरिमा सोनी, कक्षा 10वीं, शासकीय आशीबाई गोलछा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, महासमुंद को प्रथम स्थान तथा स्वाती यादव, कक्षा 9वीं, सेजेस सरायपाली को द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ।
विद्यार्थी अन्वेषा प्रधान, दिव्या कुर्रे एवं हितेश पटेल के प्रदर्शन को भी सराहनीय रहा । चयनित दोनों विद्यार्थी आगामी जोन स्तरीय संगोष्ठी में 9 अक्टूबर को शिक्षा महाविद्यालय, रायपुर में अपने सेमिनार का प्रदर्शन करेंगे।
कार्यक्रम में डीएनओ जिला विज्ञान परिषद, जगदीश सिन्हा, मार्गदर्शक शिक्षक चंद्रशेखर मिथिलेश एवं यशवंत कुमार चौधरी उपस्थित रहे।
विद्यार्थियों की इस उपलब्धि पर जिला शिक्षा अधिकारी विजय कुमार लहरे, सहायक संचालक नंद किशोर सिन्हा, प्राचार्य जी. आर. सिन्हा (आशीबाई गोलछा) तथा प्राचार्य (सेजेस सरायपाली) ने हर्ष व्यक्त करते हुए विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं।
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