Shukra Pradosh Vrat 2022 Pitru paksha 2022 : इन दिनों पितृ पक्ष चल रहा है। श्राद्ध पक्ष का समापन 25 सितंबर 2022 को होगा। इससे पूर्व शुक्रवार 23 सितंबर 2022 प्रदोष व्रत होगा। प्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित होता है। इस दिन व्रत रखकर शिव पूजन किया जाता है। जैसा कि सभी जानते हैं हर माह कृष्ण और शुक्ल पक्ष की दोनों त्रयोदशी तिथियों पर प्रदोष व्रत का पालन किया जाता है।
श्राद्ध पक्ष (Pitru paksha 2022) के दौरान शुक्रवार, 23 सितंबर 2022 को प्रदोष व्रत मनाया जाएगा। पितृ पक्ष के बीच में यह व्रत होने के कारण इसका महत्व काफी बढ़ गया है। यहां कुछ खास उपाय बताएंगे जिसे करने से पितर तृप्त होकर आशीर्वाद देंगे।
शुक्र प्रदोष व्रत के दौरान खास उपाय-
- शुक्र प्रदोष या त्रयोदशी तिथि के दिन सुबह जल्दी उठकर भगवान शिव का ध्यान करते हुए पानी में काले तिल को डालकर स्नान करें। साथ ही षडाक्षरी मंत्र ॐ नम: शिवाय का जप करें, इससे भगवान शिव और पितृदेव प्रसन्न होंगे।
- शुक्र प्रदोष व्रत के दौरान कच्चे दूध में काला तिल डालकर भगवान भोलेनाथ का अभिषेक करें, इसे पूर्वजों की आत्मा को तृप्त होगी। उनका आशीर्वाद मिलेगा।
- प्रदोष व्रत के दौरान दान-पुण्य करें। चिड़ियों, मछलियों को दाना खिलाएं।
- प्रदोष व्रत रखकर भगवान शिव-पार्वती का पूजन करेंगे। इससे पितरों का आशीर्वाद मिलेगा। जीवन में सुख-समृद्धि का वास होगा।
- प्रदोष व्रत के दौरान पितरों को स्मरण करते हुए हुए भगवान शिव जी का दुग्धाभिषेक करें। यथासंभव भोग लगाकर पूजन करें।
इन मंत्रों का जप करें
- ॐ पितृ देवतायै नम:
ॐ कुलदेवतायै नम:
ॐ कुलदैव्यै नम:
शुक्रवार के उपाय आपको कर देंगे मालामाल, बस ये गलतियां न करें