रायपुर. नियमितीकरण की मांग को लेकर नवा रायपुर में पिछले 22 दिनों से संविदा कर्मचारियों का आंदोलन जारी है। इन सभी ने सरकारी दफ्तरों में कामकाज बंद कर हड़ताल शुरू कर दी है। गौरतलब है कि संविदा कर्मचारियों की प्रदेश में संख्या 45 हजार है। अब सरकार ने आंदोलन कर रहे कर्मचारियों को सरकार ने काम पर लौटने का अल्टीमेटम दिया है।
सरकार की ओर से संविदा कर्मचारियों के संबंध में एक आदेश जारी कर कहा गया है कि 3 दिनों के भीतर अगर हड़ताल पर गए संविदा कर्मचारी और अधिकारी काम पर नहीं लौटे तो उनके खिलाफ एस्मा (ESMA) के तहत कार्रवाई होगी।
ये है सरकारी आदेश
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संविदा पर कार्यरत अधिकारी/ कर्मचारियों की मांगों के संबंध में सहानुभूति पूर्वक विचार कर वेतन वृद्धि की घोषणा की गई है। वेतन वृद्धि के बाद भी संविदा अधिकारी और कर्मचारी की ओर से अपने कार्यों पर उपस्थित नहीं हो रहे हैं। ये छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (संविदा नियुक्ति) नियम 2012 की कंडिका 15 (1) के अनुसार आवरण नियम 1965 का उल्लंघन है।
आज घुटनों के बल चलेंगे हड़ताली कर्मचारी
आज संवाद रैली में कर्मचारी घुटनों के बल और दंडवत प्रणाम करके मुख्यमंत्री (सीएम) से जन घोषणा पत्र के वादे संविदा नियमितिकरण को पूरा करने की अपील करेंगे। सूरज सिंह ठाकुर (प्रांतीय मीडिया प्रभारी एवं प्रवक्ता) ने कहा – इस कार्रवाई का संविदा कर्मचारी महासंघ विरोध करती है। शासन इन 23 दिनों में अगर संविदा कर्मचारियों से संवाद स्थापित करती तो निश्चित रूप से एक रास्ता निकल सकता था। लेकिन सरकार के इस एक्शन से स्पष्ट हो रहा है कि वो बिना संवाद के कार्रवाई करना चाहती हैं, जिसका महासंघ विरोध करता हैं। यह गैर लोकतांत्रिक है।
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