गुरु का राशि परिवर्तन कब होगा Guru Rashi Parivartan : ज्योतिष के अनुसार जातकों के जीवन में गुरु का विशेष महत्व है। गुरु को धन संपत्ति, मान-सम्मान, संतान, शिक्षा आदि का कारक माना गया है। गुरु की चाल जुलाई माह में वक्री होने जा रही है। गुरु की वक्री स्थिति 119 दिन यानी नवंबर माह तक रहेगी।
इस दौरान गुरु अपनी ही राशि में रहते हुए वक्री चाल चलेंगे। जुलाई में गुरु की चाल विपरीत होने पर राशियों पर असर पड़ेगा। ज्योतिष गणना के अनुसार 29 जुलाई 2022 को गुरु की चाल वक्री होगी, इसके बाद गुरु विपरीत चाल चलते हुए 24 नवंबर 2022 को फिर से अपनी पूर्व की स्थिति में आएंगे। वहीं अक्टूबर में गुरु फिर से मीन राशि में प्रवेश करेंगे। ज्योतिष विशेषज्ञों के अनुसार गुरु ग्रह विपरीत स्थिति के दौरान उनकी चाल धीमी होती है। ऐसा माना जाता है कि जिन जातकों की कुंडली में गुरु की स्थिति मजबूत होती है उन्हें सुख-समृद्धि, विद्या, धर्म-कर्म, संतान सुख आदि प्राप्त होता है।
गुरु की वक्री चाल का राशियों पर असर
मेष, कर्क, तुला, मकर राशि (Aries, Cancer, Libra, Capricorn) के लिए गुरु की विपरीत चाल लाभ देने वाली रहेगी। इन राशि के जातकों को अच्छा खासा फायदा होगा। इन राशियों के जातक जिस भी काम के लिए प्रयास करेंगे उसमें कामयाबी हासिल होगी। मिथुन, कन्या, धनु और मीन राशि (Gemini, Virgo, Sagittarius and Pisces) के लिए यह समय अच्छा रहेगा। वहीं वृषभ, सिंह, वृश्चिक, कुंभ राशि (Taurus, Leo, Scorpio, Aquarius) के जातकों को सावधान रहना होगा। इनकी परेशानी बढ़ सकती है। हालांकि गुरु अक्टूबर में गुरु मीन राशि में ही दोबारा आएंगे। गुरु का दो चरणों में मीन राशि में प्रवेश होगा। पहले अप्रैल में फिर अक्टूबर में प्रवेश करेंगे। इस बीच दो बार वक्री और वापस सीधी चाल चलेंगे।
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