नई दिल्ली. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने दिसंबर में हुए एमपीसी (MPC) बैठक के फैसलों का एलान किया है। गवर्नर दास नें बताया कि इस बार भी बैठक ने रेपो रेट (Repo Rate) को स्थिर रखने का फैसला लिया है। इसका मतलब है कि रेपो रेट 6.5 फीसदी पर स्थिर बना हुआ है। पिछले फरवरी 2023 से रेपो रेट 6.5 फीसदी पर स्थिर बना है। यह 11वीं बार है जब रेपो रेट को स्थिर रखने का फैसला लिया गया है।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि Standing Deposit Facility रेट 6.25 फीसदी और Marginal Standing Facility रेट 6.75 फीसदी पर स्थिर बनी है।
GDP ग्रोथ का अनुमान कम किया
लगार बढ़ रही महंगाई को लेकर RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि केंद्रीय बैंक का पूरा फोकस महंगाई को काबू में रखना है। इसके लिए बैंक हर मुमकिन कोशिश कर रहा है। इसके अलावा शक्तिकांत दास ने फैसलों के ऐलान के साथ जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को भी कम कर दिया है।
चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के लिए उन्होंने GDP ग्रोथ को 7.4 फीसदी से घटाकर 6.8 फीसदी कर दिया है।
महंगाई दर क्या रहेगी?
एमपीसी (MPC) बैठक के फैसलों का एलान करते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में महंगाई दर 4.8 प्रतिशत रह सकता है। वहीं चालू कारोबारी साल की तीसरी तिमाही में महंगाई दर 5.7 प्रतिशत और चौथी तिमाही में 4.6 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
इसके अलावा अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में महंगाई दर 4.6 प्रतिशत और दूसरी तिमाही में 4 प्रतिशत रह सकती है।
बैंक के CRR में कमी
एमपीसी (MPC) बैठक में रेपो रेट को स्थिर रखने का फैसला लिया है। इसी के साथ बैठक ने बैंक के CRR को 4.5 प्रतिशत से कम करके 4 प्रतिशत रखा है। CRR में हुए 0.50 प्रतिशत की कटौती से बैंकों को लाभ होगा, क्योंकि इस कटौती के बाद बैंक के सिस्टम में 1.16 लाख करोड़ रुपये अतिरिक्त कैश आएंगे।
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