शनि-सूर्य समसप्तक योग Shani Surya Samsaptak Yog: ज्योतिष के अनुसार सूर्य और शनि दोनों के बीच शत्रुता का भाव माना जाता है। सूर्य का गोचर 17 जुलाई 2022 से कर्क राशि में हो रहा है। वहीं शनि वक्री स्थिति में मकर राशि पर हैं। राशि चक्र में कर्क का स्थान चौथा और मकर दसवां है। इस तरह दोनों अपनी जगह से सप्तम दृष्टि से देख रहे हैं। इसे सूर्य और शनि का समसप्तक योग कहा जा रहा है। इस योग से कुछ राशियों की कठिनाई बढ़ सकती है।
इन 4 राशियों पर ज्यादा प्रभाव पड़ेगा
ज्योतिष के आधार पर कहा जा रहा है कि 17 अगस्त तक मिथुन, सिंह धनु और कुंभ राशियों के लिए कठिन समय रहेगा। इन राशियों को बेहद सावधान रहना होगा। सेहत, करियर, शिक्षा को लेकर दिक्कतें आ सकती हैं। सिंह राशि के स्वामी सूर्य और कुंभ राशि के स्वामी शनि है इसके चलते इन राशियों को अधिक सतर्क रहना चाहिए। कर्क और मकर (Cancer and Capricorn) पर भी इसका प्रभाव दिख सकता है। सूर्य-शनि के सप्तम योग के चलते कार्यों में बाधा उत्पन्न हो सकती है। दफ्तर में अनबन, कारोबार में हानि जैसे प्रभाव दिखाई दे सकते हैं। क्रोध की अधिकता रहेगी। (Shani Surya Samsaptak Yog)
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