रायपुर. जिला शिक्षा अधिकारी दुर्ग ने हर्बल उत्पाद के प्रचार-प्रसार में संलग्न शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की है। इनमें एक महिला शिक्षिका को निलंबित कर दिया गया है। वहीं तीन अन्य के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा की गई है।
इस मामले को जिला शिक्षा अधिकारी ने गंभीरता से लेते हुए जांच कराई । जांच में यह मिला कि कुछ शिक्षक हर्बल उत्पादों के प्रचार-प्रसार, हर्बल लाइफ सदस्यता दिलाने, स्कूल समय में ऑफिस मीटिंग करने तथा ऑनलाइन सेशन लेने में संलग्न पाए गए, जिससे शैक्षणिक गतिविधियाँ प्रभावित हो रही थीं।
इन चार शिक्षकों के खिलाफ हुई जांच
जिला शिक्षा अधिकारी के निर्देश पर विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, धमधा ने शासकीय विद्यालयों में पदस्थ लोमन वर्मा, व्याख्याता (शास.उ.मा.वि. घोटवानी), बलदाउ पटेल, सी.ए.सी. संकुल केन्द्र बोरी (मूल पद-शिक्षक एल.बी.), मुकेश चतुर्वेदी, शिक्षक (एल.बी.) शास. पूर्व माध्यमिक शाला दनिया एवं श्रीमती खिलेश्वरी चतुर्वेदी, सहायक शिक्षक शासकीय प्राथमिक शाला फुण्डा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से हर्बल उत्पादों के प्रचार-प्रसार में संलग्न पाए गए।
सहायक शिक्षक निलंबित, तीन के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा
प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर जिला शिक्षा अधिकारी ने श्रीमती खिलेश्वरी चतुर्वेदी, सहायक शिक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। साथ ही, लोमन वर्मा, व्याख्याता के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई हेतु अनुशंसा सहित प्रस्ताव संचालक, लोक शिक्षण संचालनालय, नवा रायपुर को प्रेषित किया गया है।
इसी प्रकार, बलदाउ पटेल एवं मुकेश चतुर्वेदी के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही हेतु अनुशंसा सहित प्रस्ताव संयुक्त संचालक, शिक्षा संभाग दुर्ग की ओर भेजा गया है।
जिला शिक्षा अधिकारी ने स्पष्ट किया है कि शासकीय सेवकों का दायित्व विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है। सेवा आचरण नियमों के विपरीत इस प्रकार की गतिविधियों को कतई सहन नहीं किया जाएगा। भविष्य में ऐसे कृत्यों में संलग्न पाए जाने वाले शासकीय सेवकों के विरुद्ध और भी कठोर कार्रवाई की जाएगी।
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