नई दिल्ली. भारत सरकार (Government of India) ने बीते दिनों चावल के निर्यात (Rice Export) को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है। इसका असर अमेरिका में दिखाई दे रहा है। इस फैसले के तहत केंद्र ने बासमती चावल को छोड़कर सभी तरह के कच्चे चावल (Non-Basmati White Rice) के निर्यात पर बैन लगा दिया। केंद्र सरकार ने ये फैसला आगामी त्योहारी सीजन के दौरान घरेलू डिमांड में बढ़ोतरी और खुदरा कीमतों पर काबू करने को लेकर लिया है। इस बैन का बड़ा असर अमेरिकी मार्केट (US Markets) में देखने को मिल रहा है और यहां सुपरमार्केट में चावल खरीदने के लिए लोगों में होड़ मच गई है।
चावल खरीदने लग रही भीड़
खाद्य मंत्रालय की ओर से बीते सप्ताह जारी एक बयान में कहा गया था कि बासमती चावल और सभी तरह के उसना चावल के निर्यात (Rice Export) नीति में कोई बदलाव नहीं किया गया है। यानी केवल गैर-बासमती कच्चा चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया गया है। हालांकि देश से बड़े पैमाने पर बासमती चावल का निर्यात किया जाता है। सरकार ने गैर बासमती चावल के घरेलू कीमतों में बढ़ोतरी को देखते हुए निर्यात (Export) पर बैन लगाने का फैसला किया है। इसके बाद अमेरिका में चावल खरीदने के लिए मची अफरा-तफरी के वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल हो रहे हैं।
So it begins. India has banned some rice exports and now people are panic buying up rice. pic.twitter.com/ujpm66ER3n
— Ian Miles Cheong (@stillgray) July 23, 2023
Social Media पर खरीदारी के जो वीडियो और तस्वीरें वायरल हो रही हैं, उन्हें देख चावल (Rice) के निर्यात पर भारत द्वारा लगाए गए बैन से पड़ रहे असर का अंदाजा लगाया जा सकता है। स्थानीय लोग ट्विटर पर वहां के स्टोर्स का वीडियो शेयर कर रहे हैं। इससे संबंधित रिपोर्ट्स में तो यहां तक कहा जा रहा है कि कई लोग छुट्टियां लेकर चावल खरीदने के लिए लाइन में लग रहे हैं। स्टोर्ट के अंदर एक-एक आदमी 10-10 चावल के पैकेट खरीदता हुआ नजर आ रहा है। यही रहीं 9 किलो चावल (Rice) का एक पैकेट 27 डॉलर (2215 रुपये) में बिक रहा है।हालांकि सोशल मीडिया (Social Media) पर जो वीडियो और तस्वीरें वायरल हो रही हैं, हम उनकी पुष्टि नहीं कर रहे है। गौरतलब है कि अमेरिका में बड़े पैमाने पर भारतीय मूल के लोग रहते हैं और चावल इनके रोजमर्रा के खाने का अहम हिस्सा है।
बैन लगाने की वजह
भारत 2012 से चावल का सबसे बड़ा निर्यातक रहा है। अब अचानक भारत सरकार की ओर से निर्यात पर बैन लगाने के फैसलों से अमेरिका के अलावा अन्य देशों में भी इस तरह के हालात देखने को मिल सकते हैं। यहां बता दें कि केंद्र सरकार ने गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात पर बैन लगाकार घरेलू बाजार में बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने का फैसला किया है।
पिछले कुछ दिनों में चावल की कीमतों में तेज बढ़ोतरी देखी जा रही है, इस महीने चावल के दाम में 10 से 20 फीसदी तक का उछाल आया है। हालांकि कुछ शर्तों के साथ चावल के निर्यात को अनुमति दी जाएगी। अगर Notification से पहले जहाजों में चावल की लोडिंग शुरू हो गई है तो उसके निर्यात की अनुमति होगी।
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