रायपुर. जब से छत्तीसगढ़ सरकार ने महतारी वंदन योजना लागू की है तब से महिलाओं को अपनी दैनिक जरुरतों के लिए किसी के पास हाथ फैलाने की आवश्यकता नहीं पड़ रही है। वे इस रकम का उपयोग कई तरह से कर रही हैं।
यहां हम बात करेंगे रत्ना कन्नौजे की, जब महतारी वंदन योजना के पैसे रत्ना के खाते में आये तो उन्होंने इसे अपने बेटे का भविष्य संवारने में लगाने की सोची। तब वह निवेश विशेषज्ञों से मिली। निवेश के जानकारों ने उन्हें बताया कि अगर सोच समझकर शेयर बाजार पैसा लगाया जाए तो वह लंबे समय में काफी बढ़ता है, लेकिन दिक्कत यह है कि सभी लोग शेयर बाजार के विशेषज्ञ नहीं होते, इसके चलते म्यूच्युअल फंड के माध्यम से निवेश कर सकते हैं।
जब रत्ना ने पूछा कि म्यूचुअल फंड क्या होता है तो उन्हें बताया कि शेयर बाजार के जानकार विशेषज्ञ बहुत से शेयरों में जिनके बढ़ने की अच्छी संभावना होती है म्यूच्युअल फंड के माध्यम से रकम का निवेश करते हैं और इसके बढ़ने पर लाभ यूनिट धारक का होता है।
इसके बाद रत्ना ने जो फंड खरीदा, उससे अब तक आये रिटर्न को देखा तो उन्हें लगा कि अभी बेटे के उच्च शिक्षा में समय है इसलिए SIP में निवेश किया जा सकता है फिर एसआईपी शुरू कर दिया।
अब रत्ना महतारी वंदन योजना का पैसा जिस दिन खाते में आता है उसके अगले दिन ही वह SIP की नियत तिथि में पैसे जमा कर देती हैं। रत्ना ने बताया कि बेटे की खुशियों के लिए एक ठोस आधार तैयार हो गया है। हर महीने की सुरक्षित आय से मैं एसआईपी में निवेश करूंगी।
रत्ना की तरह ही प्रदेश की बहुत सी महिलाओं के जीवन में अब नई उम्मीदें जगी हैं। उनकी खुशियां हर महीने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय अपने एक क्लिक से अंतरित कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें – छत्तीसगढ़ कैबिनेट की बैठक, राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को राज्य में पूर्ण रूप से लागू करने का निर्णय