महासमुंद. आज 11 सितंबर 2025 को विकासखंड महासमुंद स्थित बीआरसी भवन में दिव्यांग बच्चों के लिए चिन्हांकन एवं नवीन प्रमाण पत्र नवीनीकरण शिविर का भव्य आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्देश्य दिव्यांग बच्चों को सामाजिक एवं शैक्षणिक मुख्यधारा से जोड़कर उन्हें बेहतर अवसर उपलब्ध कराना था।
शिविर में कुल 69 लोगों का पंजीयन किया गया, जिनमें से 28 बच्चों को नवीन प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। कुछ बच्चों को विशेष चिकित्सीय जांच हेतु जिला अस्पताल रेफर किया गया, जबकि 10 बच्चों को यूनिक आईडी कार्ड भी बनाने के लिए प्रक्रिया अपनाई गई।
शिविर में विशेषज्ञ डॉक्टर मानव सतपथी, डॉक्टर अरविंद गुप्ता, डॉक्टर ओमेश्वरी साहू, डॉक्टर मंजूषा चन्द्रसेन, यू के गोतमारे, क्लर्क संतोष कुमार एवं विष्णु राम ने बच्चों की समुचित जांच-पड़ताल कर उन्हें आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई। शिविर का संचालन बीआरपी अनीता निर्मलकर एवं स्पेशल एजुकेटर तुलसी साहू ने सफलतापूर्वक किया।
इस अवसर पर एपीसी डीएन जांगड़े एवं बीआरसीसी जागेश्वर सिन्हा ने कहा कि “कोई भी दिव्यांग बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा। उनका स्कूल में नामांकन व स्थायित्व सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है। समावेशी शिक्षा को बढ़ावा देना समाज की प्रगति का परिचायक है। हर दिव्यांग बच्चा शिक्षित होकर आत्मनिर्भर बन सकता है, बस हमें उन्हें सही दिशा देने की आवश्यकता है।” “हर दिव्यांग बच्चा विशेष है, प्रत्येक बच्चे में असीमित संभावनाएं छिपी होती हैं। समाज और परिवार का यह दायित्व है कि हम उन्हें समान अवसर प्रदान करें, ताकि वे अपने सपनों को साकार कर सकें। शिक्षा ही उन्हें आत्मनिर्भर बनाएगी।”
कार्यक्रम में सीएसी सुरेश पटेल, गणेश टंडन, रेणु चन्द्राकर, पुक राम कुर्रे, केशव साहू एवं भुनेश्वर साहू ने सक्रिय सहयोग प्रदान कर शिविर को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।