Weather Cricket Sports Bollywood Job Business Lifestyle Spiritual

Join WhatsApp

Join Now

Join Telegram

Join Now

मंगल की महादशा के शुभ-अशुभ प्रभाव: जानिए राहु, गुरु और शनि की अंतर्दशा में जीवन पर क्या पड़ता है असर

On: November 10, 2025
Follow Us:
mangal gochar

वैदिक ज्योतिष के अनुसार, मंगल ग्रह (Mangal Grah) साहस, ऊर्जा, पराक्रम और आत्मविश्वास का कारक माना जाता है। जब किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल की महादशा (Mangal Mahadasha) प्रारंभ होती है, तो उसके जीवन में जोश, चुनौतियां और उपलब्धियों का दौर शुरू होता है।
मंगल की महादशा लगभग 7 साल तक चलती है, जिसमें विभिन्न ग्रहों की अंतर्दशाएं (Antardasha) आती हैं। हर ग्रह की अंतर्दशा मंगल की ऊर्जा को अलग-अलग दिशा देती है — जिससे परिणाम व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों की स्थिति पर निर्भर करते हैं।

मंगल की महादशा में अंतर्दशाओं का क्रम और प्रभाव

1. मंगल की अंतर्दशा (Mangal Antardasha)

यह मंगल महादशा का प्रारंभिक चरण होता है। इस दौरान व्यक्ति में आत्मविश्वास और साहस बढ़ता है। यदि मंगल शुभ भाव में स्थित है, तो यह समय करियर, व्यवसाय और प्रतिष्ठा में वृद्धि का होता है।
अशुभ स्थिति में क्रोध, दुर्घटना या संबंधों में तनाव देखने को मिल सकता है।

2. राहु की अंतर्दशा (Rahu Antardasha in Mangal Mahadasha)

राहु और मंगल का संयोग “अंगारक योग” कहलाता है। यह संयोजन व्यक्ति को अत्यधिक महत्वाकांक्षी और कभी-कभी आक्रामक बना देता है।
अगर मंगल और राहु मजबूत हैं, तो व्यक्ति राजनीति, टेक्नोलॉजी या रिस्क वाले कार्यों में बड़ी सफलता पाता है।
लेकिन यदि ये ग्रह कमजोर हों, तो यह समय विवाद, दुर्घटनाओं, रक्त संबंधी रोगों और कानूनी मामलों से जुड़ा हो सकता है।

3. गुरु की अंतर्दशा (Guru Antardasha in Mangal Mahadasha)

यह अवधि आध्यात्मिक विकास और ज्ञान वृद्धि का समय होती है। गुरु की कृपा से व्यक्ति के करियर, शिक्षा और सामाजिक प्रतिष्ठा में उन्नति होती है।
यदि गुरु अशुभ स्थिति में हो, तो आत्म-संदेह, निर्णयों में भ्रम और धन हानि की संभावना रहती है।

4. शनि की अंतर्दशा (Shani Antardasha in Mangal Mahadasha)

यह मंगल महादशा का अंतिम और सबसे जिम्मेदारीपूर्ण चरण होता है। शनि अनुशासन, कर्म और परिश्रम का कारक ग्रह है।
यदि शनि शुभ है, तो व्यक्ति को मेहनत के दम पर सफलता और स्थिरता मिलती है।
अशुभ स्थिति में मानसिक तनाव, विलंब और अवसाद जैसी परिस्थितियाँ उत्पन्न हो सकती हैं।

मंगल महादशा के शुभ-अशुभ प्रभाव

शुभ प्रभाव:

  • आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता में वृद्धि
  • सरकारी कार्यों और करियर में प्रगति
  • संपत्ति, वाहन और भूमि लाभ
  • प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता
  • समाज में सम्मान और प्रसिद्धि

अशुभ प्रभाव:

  • क्रोध और अहंकार में वृद्धि
  • विवाद या कानूनी परेशानी
  • दुर्घटना या चोट का खतरा
  • स्वास्थ्य संबंधी समस्या जैसे रक्त विकार
  • वैवाहिक जीवन में मतभेद

अन्य ग्रहों की अंतर्दशा में मंगल का प्रभाव

जब अन्य ग्रहों की महादशा में मंगल की अंतर्दशा आती है, तब भी इसके परिणाम विशेष रूप से महसूस किए जाते हैं।

  • शुक्र महादशा में मंगल की अंतर्दशा: यह समय व्यक्ति में उत्साह और जोश बढ़ाता है, लेकिन दांपत्य जीवन में असंतुलन या पत्नी को कष्ट भी दे सकता है।
  • बुध महादशा में मंगल की अंतर्दशा: निर्णय क्षमता और कार्यकुशलता बढ़ती है, परंतु जल्दबाजी से नुकसान संभव है।
  • शनि महादशा में मंगल की अंतर्दशा: यह समय संघर्षों से भरा हो सकता है, लेकिन दृढ़ निश्चय से व्यक्ति सफलता प्राप्त करता है।

मंगल महादशा को संतुलित करने के उपाय

  1. मंगलवार को हनुमानजी की पूजा करें।
  2. मंगल मंत्र “ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः” का जाप करें।
  3. लाल मसूर, तांबा, लाल वस्त्र और गुड़ का दान करें।
  4. रक्तदान और गरीबों की सेवा मंगल के दोष को कम करती है।
  5. लाल मूंगा (Red Coral) रत्न योग्य ज्योतिष सलाह के बाद धारण करें।

मंगल की महादशा व्यक्ति को ऊर्जा, महत्वाकांक्षा और संघर्ष से भरा बनाती है। यह काल अगर सही दिशा में उपयोग किया जाए, तो सफलता निश्चित है। लेकिन अगर क्रोध और जल्दबाजी हावी हो जाए, तो यही ऊर्जा विनाशकारी भी हो सकती है।
इसलिए मंगल महादशा में धैर्य, संयम और सकारात्मक सोच बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है।

जातक के जीवन में शनि का प्रभाव और दुष्प्रभाव, जानें कैसी है शनिदेव की प्रकृति

Admin

Through the web portal babapost.in, we keep readers informed about the events taking place in the country. This web portal provides you with daily news, auto news, entertainment news, horoscopes, and reliable information related to religion and rituals. babapost.in follows the rules of news hygiene. This web portal does not publish misleading, unverified, or sensational news.
The objective is to satisfy the readers.