रायपुर.धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में देशभर में 15 नवंबर को “गौरव दिवस” के रूप में भव्य आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में जिला स्तरीय कार्यक्रम रखे जाएंगे, जिनमें विभिन्न जनप्रतिनिधियों और मंत्रियों को मुख्य अतिथि के रूप में नामांकित किया गया है।
यह दिवस न केवल आदिवासी गौरव का प्रतीक है, बल्कि भारत की स्वतंत्रता और स्वाभिमान की भावना को भी उजागर करता है। प्रदेश सरकार ने सुनिश्चित किया है कि प्रत्येक जिला स्तर पर भगवान बिरसा मुंडा के योगदान को श्रद्धा और सम्मान के साथ याद किया जाए।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय होंगे बस्तर के मुख्य अतिथि
बस्तर जिले के जिला स्तरीय गौरव दिवस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय मुख्य अतिथि होंगे। उनके साथ परिवहन मंत्री केदार कश्यप और जगदलपुर विधायक किरण देव भी विशेष अतिथि के रूप में शामिल होंगे।
प्रमुख जिलों के मुख्य अतिथियों की सूची
- रायपुर जिला – केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन लाल साहू
- बिलासपुर जिला – उप मुख्यमंत्री अरुण साव
- दुर्ग जिला – उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा
- राजनांदगांव जिला – विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह
- बलरामपुर-रामानुजगंज – आदिम जाति विकास मंत्री रामविचार नेताम
- बेमेतरा – खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री दयालदास बघेल
- मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर – स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल
- कोरबा – वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन
- खैरागढ़-छुईखदान-गंडई – सांसद विजय बघेल
- कबीरधाम – सांसद संतोष पांडेय
- बालोद – सांसद भोजराज नाग
- गरियाबंद – सांसद रूपकुमारी चौधरी
- जशपुर – सांसद राधेश्याम राठिया
अन्य जिलों में भी रहेंगे प्रमुख जनप्रतिनिधि
- सक्ति जिला – सांसद कमलेश जांगड़े
- बीजापुर जिला – सांसद महेश कश्यप
- सारंगढ़-बिलाईगढ़ – राज्यसभा सांसद देवेंद्र प्रताप सिंह
- मोहला-मानपुर-चौकी – विधायक डोमनलाल कोर्सेवाड़ा
- धमतरी जिला – विधायक अजय चंद्राकर
- कोण्डागांव – विधायक लता उसेंडी
- मुंगेली जिला – विधायक पुन्नलाल मोहले
- नारायणपुर जिला – विधायक विक्रम उसेंडी
- सुकमा जिला – विधायक नीलकंठ टेकाम
- दंतेवाड़ा जिला – विधायक चैतराम अटामी
- गौरला-पेण्ड्रा-मरवाही – विधायक प्रणव कुमार मरपच्ची
भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर विशेष श्रद्धांजलि
राज्य शासन के अनुसार, सभी जिलों में भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की जाएगी, सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे और आदिवासी समाज के योगदान को सम्मानित किया जाएगा।
गौरव दिवस का उद्देश्य समाज के प्रत्येक वर्ग को यह संदेश देना है कि देश की आज़ादी और अस्मिता में आदिवासी नायकों की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण रही है।










