महासमुंद. पिथौरा में श्रमिक जलंधर यादव की मौत के मामले में मृतक की पत्नी की रिपोर्ट पर आरोपियों के खिलाफ जुर्म दर्ज कर विवेचना की जा रही है।
पिथौरा पुलिस ने बताया कि मृतक श्रमिक जलंधर यादव की पत्नी अंजली यादव मामले की रिपोर्ट दर्ज कराते हुए अपने आवेदन कहा है करीब 2 साल पूर्व में उसके पति जलंधर यादव ने ईट भठ्ठा ठेकेदार नरेंद्र राजपूत, धन्नू राजपूत से 40,000 रुपए लिया था। जिसकी जानकारी उसे नहीं थी। लेकिन पैसा खत्म होने के बाद एडवांस लेने के संबंध में बताया था। इसके बाद दोनों पति-पत्नी के मध्य घरेलू विवाद हो गया, जिसके चलते प्रार्थिया अपने मायके ग्राम सांकरा आ गयी थी और उसका पति ईट भठ्ठा काम करने चला गया था। उसका पति लगभग 02 साल घर के बाहर रहा और उसके बाद उसे लेने मायके आया। इसके बाद जलंधर उसे सास-ससुर के पास छोड़कर फिर काम करने चला गया।
प्रार्थिया ने पिथौरा पुलिस को बताया कि उसकी सास सुलोचना यादव को लकवा मारने के बाद जलंधर लगभग 08 माह बाद घर ग्राम रवान कौहाबाहरा आया, जहां वे लोग लगभग 01 माह रहे, उसके बाद हम सभी ग्राम किशनपुर थाना पिथौरा आ गये। सास सुलोचना यादव को लकवा मारने के कारण वह उनके स्थान में आंगनबाड़ी ग्राम किशनपुर में खाना बनाने के लिए जाती थी। 18 सितंबर को सुबह के लगभग 5.30 बजे उसका पति कमरे से बाहर अकेला निकला। उसने कमरे से देखा कि घर के दरवाजा में हीरालाल यादव निवासी पिलवापाली थाना पिथौरा वहां खड़ा था और घर के बाहर दो व्यक्ति खड़े थे। आए व्यक्ति ने उसके पति जलंधर से कहा कि जिनसे पैसा लिया उनसे बात कर लेना और उसे लुंगी में जबरदस्ती कार में बिठाकर ले गये, उस दिन दिनभर उसके पति का पता नहीं चला।
महिला ने पुलिस को बताया कि उसी दिन शाम के लगभग 7 बजे बदन सिन्हा निवासी छतवन चौकी बया उसके घर आया और बोला कि पैसा दोगे या भठ्ठा जाओगे। दूसरे दिन 19 सितंबर की सुबह प्रार्थिया आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की हड़ताल में रायपुर चली गई थी, शाम के लगभग 5 बजे वापस आई तब उसकी मौसी फगनी सिन्हा ने बताया कि बदन सिन्हा दोपहर के लगभग 1 बजे आया था और जलंधर के परिवार कहा है पूछने ने लगा। इस पर जलंधर के छोटे बेटे समीर ने उससे पूछा कि पापा कहां हैं। तब बदन सिन्हा बोला कि तुम्हारे पापा कभी नहीं आएंगे।
इसके बाद प्रार्थिया को उसकी ननद बोली कि मेरे भैया जलंधर यादव को मार दिये हैं। यह बात प्रार्थिया ने अपने परिवार वालों को बताया और इसके बाद पिथौरा थाना आए। थाना स्टाफ के साथ स्वास्तिक ऑटो ड्रिल के ऑफिस पहुंचे और ऑफिस के ताला को खोलने पर पुलिस स्टाफ के साथ छत की दूसरी मंजिल गये, जहां कमरे में उसका पति खिड़की पर फांसी के फंदे पर लटका था। प्रार्थिया व मृतक की पत्नी अंजलि यादव के आवेदन के आधार पर पिथौरा थाने में आरोपी हीरालाल यादव निवासी पिलवापाली, बदन सिन्हा निवासी छतवन एवं घनश्याम राजपूत उर्फ धन्नू राजपूत निवासी जंघोरा के विरूद्ध जुर्म दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया गया है।