महासमुंद. छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना की रजत जयंती पर शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य महाविद्यालय में एक विशेष पुस्तक मेले का आयोजन किया गया। इस आयोजन में गायत्री शक्तिपीठ महासमुंद द्वारा पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा लिखित साहित्य एवं वांग्मय का स्टाल लगाया गया।
पुस्तक मेले में युग साहित्य विस्तार केंद्र के माध्यम से जीवन मूल्यों को जागृत करने वाले साहित्य की प्रदर्शनी एवं बिक्री की गई। इस अवसर पर व्यक्ति निर्माण, परिवार निर्माण एवं समाज निर्माण को केंद्र में रखकर तैयार किए गए साहित्य, पर्यावरण संरक्षण, कुरीति उन्मूलन, नारी एवं स्वास्थ्य शिक्षा, तथा महापुरुषों की जीवनियाँ प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहीं। विशेष रूप से पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित वांग्मय साहित्य, गायत्री माता के चित्र, चालीसा तथा अन्य प्रेरणादायी प्रकाशनों के स्टॉल लगाए गए। इस विचार क्रांति अभियान के माध्यम से उपस्थित विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को सकारात्मक जीवनदृष्टि अपनाने की प्रेरणा दी गई।
कार्यक्रम में साहित्य विस्तार केंद्र के प्रमुख नरेंद्र नायक, वरिष्ठ परिजन ललित मेश्राम, रिखीराम साहू, बोधराम साहू, पूर्णिमा साहू, रहंगडाले दीदी, राम भरोसा साहू, हेमू साहू, रामलाल साहू, भुखन सहित अन्य गायत्री परिवार के सदस्यों का विशेष सहयोग रहा। इस आयोजन ने न केवल विद्यार्थियों में रचनात्मकता और ज्ञान के प्रति रुचि को प्रोत्साहित किया, बल्कि सामाजिक जागरूकता एवं नैतिक मूल्यों के प्रचार-प्रसार की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण पहल साबित हुई।