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Shani Gochar 2025: शनि का राशि परिवर्तन 29 मार्च को, किन राशियों की साढ़ेसाती होगी खत्म और किन पर शुरू होगा असर

On: March 17, 2025
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Shani Gochar 2025
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Shani Gochar 2025: इस महीने यानी 29 मार्च 2025 को शनि का राशि परिवर्तन कुंभ से मीन राशि में होगा। शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ को छोड़कर मीन राशि में प्रवेश करने वाले हैं। बृहस्पति या गुरु की जल तत्व वाली राशि में प्रवेश करके शनि देव किन-किन राशियों पर अपना प्रभाव दिखाएंगे, आइए जानते हैं।

शनि साढ़ेसाती (Shani Sade Sati)– शनि की साढ़ेसाती उस स्थित को कहा जाता है जब शनि का गोचर राशि से द्वादश भाव, लग्न और द्वितीय भाव में होता है ढाई वर्ष एक राशि में शनि की अवधि होती है। तीन राशियों में ढाई-ढाई वर्ष रहने से कुल साढ़े सात वर्ष बनते हैं जिसे साढ़ेसाती (Sade Sati) कहा जाता है।

ढैया (Shani Dhaiya)– जब शनि गोचर राशि से चतुर्थ भाव में तथा अष्टम भाव में होता है तो इसे ढैया (Dhaiya) कहा जाता है। यह समय ढाई साल तक रहता है। मीन राशि में शनि के गोचर करने से सिंह और धनु राशि पर ढैया की शुरु होगी।

साढ़े साती और ढैया अच्छा है या बुरा?

ज्योतिष के अनुसार साढ़े साती और ढैया का हर बार बुरा प्रभाव नहीं होता है। सूक्ष्म और सटीक गणना के लिए जातक की कुंडली का विश्लेषण भी आवश्यक होता है। गोचर की स्थिति में यह कुछ ऐसा प्रभाव भी रखते हैं जो सभी जातकों को समान रूप से मिलता है। किसी के लिए यह ढैया और साढ़ेसाती अच्छी रहती है तथा किसी के लिए कष्टदायक होती है।

मीन राशि में शनि गोचर के समय किस राशि पर रहेगा साढ़े साती का असर?

  • कुंभ- कुंभ राशि वालों के लिए साढ़े साती अंतिम चरण में होगी।
  • मीन- मीन राशि वालों के लिए साढ़े साती मध्य चरण में होगी।
  • मेष- मेष राशि वालों पर साढ़े साती का पहला चरण प्रारंभ होगा।

जानें सभी 12 राशियों पर शनि गोचर का प्रभाव (Shani Gochar Effect)

मेष- मेष राशि वालों के लिए साढ़े साती का पहला चरण शुरू होगा जो कष्टकारी प्रभाव देने वाला है। इस समय कारोबार में विघ्न बाधा के योग है तथा नौकरी में दिक्कत देखने को मिलेंगे। रिश्तेदारों से विरोध की परिस्थितियों उत्पन्न होगी तथा परिवार में उथल-पुथल और झगड़े की परिस्थितियों बनेगी। इस राशि के लिए शनि का पाया लोहा रहेगा। ऐसे में शरीर में कष्ट होने तथा अधिक धन व्यय होने के योग बनेंगे।

वृषभ- वृषभ राशि के लिए शनि का यह गोचर शानदार रहने वाला है तथा सुख साधन के वृद्धि होगी और घर परिवार में शुभ कार्य संपन्न होगा। आय के साधन भी अच्छे बने रहेंगे। कुछ मामलों में अधिक दौड़धूप करना पड़ सकती है तथा कुछ हद तक मानसिक तनाव की स्थिति सामना भी करना पड़ेगा।

मिथुन- मिथुन राशि वालों के लिए ताम्र का पाया रहेगा। जो काफी अच्छा लाभकारी फल देने वाला होगा। इस गोचर से मनोवांछित कार्य पूरे होंगे तथा बड़ी योजनाएं भी सफल होगी। मकान आदि खरीदने के योग भी बनेंगे तथा व्यवसाय में वृद्धि भी बड़े स्तर पर होगी।

कर्क – कर्क राशि वालों के लिए कुछ संघर्ष और कुछ लाभ की स्थिति बने रहेगी कार्य में कुछ देरी हो सकती है. अधिक भाग दौड़ करना पड़ेगी लेकिन संघर्ष के बाद सफलता प्राप्त होगी। शनि का पाया रजत रहेगा, इसके चलते आकस्मिक धन लाभ और उन्नति के योग भी बनेंगे।

सिंह- सिंह राशि वालों के लिए शनि का ढैया शुरू होने वाला है तथा पाया लोहा रहेगा। इस समय माता को कष्ट के योग बनेंगे तथा स्वयं के लिए भी परेशानी की परिस्थितियों बनी रहेगी। घरेलू झगड़े, विवाद अधिक रहेंगे। शत्रु आप पर हावी रह सकते हैं, मांसपेशियों में चोट लगने का भी भय रहेगा।

कन्या- कन्या राशि वालों के लिए शनि का मीन में गोचर बहुत अधिक कष्ट देने वाला है। यह कष्टकारी परिस्थितियों को उत्पन्न कर सकता है। कार्य क्षेत्र में भी बड़ी विघ्न बाधाएं पैदा होगी। कारोहबार में भी रुकावटें देखने को मिलेंगे इसलिए कुछ समय पश्चात लाभ मिलना भी शुरू होगा।

तुला- तुला राशि वालों के लिए शनि का गोचर शुभ रहने वाला है। इस दौरान शनि का पाया स्वर्ण रहेगा। शुरुआती समय में तो भागदौड़ रहेगी। धन व्यय भी देखने को मिलेंगे लेकिन उत्तरार्द्ध भाग से अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे। एकाएक धन लाभ हो सकता है पदोन्नति के अवसर भी मिलते रहेंगे विदेश यात्रा की स्थिति निर्मित हो सकती है।

वृश्चिक- वृश्चिक राशि वालों के लिए शनि का पाया रजत रहेगा, जिसके चलते कठिनाइयों से निकलने की सकारात्मक युक्तियां मिलती रहेगी तथा आय के साधन भी बनेंगे। उच्च अधिकारियों से सम्मान प्राप्त हुआ तथा समाज में प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी।

धनु- धनु राशि वालों के लिए शनि की ढैया शुरू होगी जो बहुत दुष्प्रभाव देने वाला है। मानसिक परिस्थितियों बहुत अधिक खराब हो जाएगी तथा गृह क्लेश भी बढ़ेगा, धन भी व्यय होता रहेगा। शनि का पाया लोहा रहेगा जिसके कारण स्वयं को अधिक कष्ट का सामना करना पड़ेगा।

मकर – मकर राशि वालों के लिए शनि की साढ़ेसाती खत्म हो जाएगी तथा मंगल योग बनेंगे और मेहनत के अच्छे परिणाम मिलेंगे जो कार्य लंबे समय से अटके थे, वे पूरे हो सकते हैं।

कुंभ- कुंभ राशि वालों के लिए साढ़े साती का अंतिम चरण होगा जो चांदी का पाया होगा। शुरुआत में हालात संघर्ष पूर्ण रहेंगे लेकिन साढे साती खत्म होते संघर्ष कम होंगे तथा लाभ के योग बनेंगे, आकस्मिक धन मिल सकता है तथा प्रॉपर्टी प्राप्त होने के योग बनेंगे।

मीन- मीन राशि वालों के लिए शनि का पाया स्वर्ण रहेगा। लेकिन फिर भी यह स्थिति अधिक कष्टकारी रहेगी, क्योंकि शनि का गोचर जैसे ही मीन राशि में शुरू होगा, मीन राशि में राहु के साथ भी शनि की युति निर्मित होगी। जो एक अत्यधिक कष्टकारी योग बना रहा है। बनते कार्य बिगड़ सकते हैं।

क्या हैं शनि के उपाय (Shani Gochar Upay)- शनि चालीसा और दशरथकृत शनि का पाठ करें, शनिवार सायंकाल में पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाएं।

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