दिवाली 2025 पर फिजूलखर्ची से बचना चाहते हैं? जानिए कैसे सीमित बजट में खूबसूरत सजावट, उपहार और मिठाइयों के साथ खुशियों से भरी दिवाली मनाई जा सकती है।
दिवाली 2025 में फिजूलखर्ची से बचें: कम बजट में खुशियों भरी दिवाली मनाने के स्मार्ट तरीके
दिवाली, खुशियों और रौशनी का त्यौहार है। लेकिन हर साल इस त्यौहार पर कई लोग जरूरत से ज्यादा खर्च कर बैठते हैं। नतीजा – त्यौहार खत्म होते ही बजट गड़बड़ा जाता है। ऐसे में सवाल उठता है, “क्या दिवाली को सादगी और खुशी दोनों के साथ मनाया जा सकता है?” जवाब है – बिल्कुल!
आइए जानें दिवाली 2025 में फिजूलखर्ची से बचने और सीमित खर्च में शानदार दिवाली मनाने के आसान और असरदार तरीके।
1. घर की पुरानी चीजों से करें सजावट
दिवाली का मतलब सिर्फ नई चीजें खरीदना नहीं, बल्कि पुराने को नया रूप देना भी है।
- पुराने दीये या बोतलों को पेंट करके लाइट होल्डर बनाएं।
- पुरानी साड़ियां या दुपट्टे से बनाएं रंगीन तोरण या टेबल कवर।
- बच्चों के साथ सजावट करना एक मजेदार फैमिली एक्टिविटी भी बन जाएगी।
फायदा: पैसे बचेंगे और घर की सजावट भी यूनिक लगेगी।
2. गिफ्टिंग में अपनाएं ‘पर्सनल टच’
हर किसी को महंगे गिफ्ट देने की बजाय कुछ हैंडमेड या कस्टमाइज्ड गिफ्ट्स दें।
- घर के बने कुकीज़, मोमबत्तियाँ या कार्ड्स बढ़िया विकल्प हैं।
- चाहे तो छोटे पौधों वाले गिफ्ट दें — ये सस्ते और पर्यावरण अनुकूल दोनों हैं।
फायदा: दिल से दिया गया गिफ्ट हमेशा याद रहता है, चाहे उसकी कीमत कुछ भी हो।
3. घर पर बनाएं मिठाइयाँ
बाजार की मिठाइयों की जगह घर पर बनाई गुलाब जामुन, लड्डू या चकली ज्यादा सेहतमंद और किफायती होती हैं।
- इससे न सिर्फ खर्च कम होगा, बल्कि परिवार के साथ बनाने का मजा भी अलग होगा।
- साथ ही, आप अपने स्वाद और स्वच्छता के अनुसार चीजें तैयार कर सकते हैं।
4. सजावट के लिए लोकल बाजारों का सहारा लें
बड़ी दुकानों या ऑनलाइन साइट्स से महंगी खरीदारी की जगह लोकल मार्केट्स जाएं।
- वहां आपको सुंदर दीये, रंगोली, लाइट्स और सजावट के सामान कम कीमत में मिल जाएंगे।
- साथ ही, इससे छोटे व्यापारियों की दिवाली भी रौशन होगी।
5. बिजली की बचत करें – एलईडी लाइट्स लगाएं
दिवाली पर रोशनी जरूर करें, लेकिन समझदारी से।
- एलईडी या सोलर लाइट्स इस्तेमाल करें जो कम बिजली में ज्यादा रौशनी देती हैं।
- टाइमर सेट करके लाइट्स को सीमित समय तक जलाएं।
फायदा: बिजली का बिल भी कम आएगा और पर्यावरण भी सुरक्षित रहेगा।
6. कपड़ों पर करें स्मार्ट शॉपिंग
हर दिवाली नए कपड़े जरूरी नहीं।
- पुराने कपड़ों को मिक्स एंड मैच करके नया लुक पाएं।
- सेल या डिस्काउंट ऑफर्स में शॉपिंग करें।
- चाहें तो दोस्तों के साथ “कपड़े एक्सचेंज” का प्लान बनाएं।
7. बजट बनाएं और उसी पर टिकें
दिवाली से पहले एक फिक्स बजट तैयार करें और उसे फॉलो करें।
- खरीदारी के लिए “जरूरी” और “ऐच्छिक” चीजों की लिस्ट बनाएं।
- डिजिटल पेमेंट्स के बजाय नकद खर्च करें — इससे अनावश्यक खर्च कम होगा।
8. फैंसी पटाखों की जगह इको-फ्रेंडली विकल्प चुनें
पटाखों पर हजारों रुपये खर्च करने की बजाय इको-फ्रेंडली क्रैकर्स या लाइटिंग डेकोरेशन अपनाएं।
- इससे बच्चों को भी पर्यावरण संरक्षण का संदेश मिलेगा।
- और घर के बुजुर्गों के लिए भी यह एक सुकूनभरी दिवाली बनेगी।
9. जरूरतमंदों के साथ बांटें खुशियां
दिवाली का असली अर्थ है – खुशियां बांटना।
- कपड़े, मिठाइयाँ या दीये जरूरतमंदों में बांटें।
- इससे मन की शांति मिलेगी और त्यौहार का महत्व कई गुना बढ़ जाएगा।
10. ‘कम में ज्यादा’ का मंत्र अपनाएं
त्योहार में दिखावे से ज्यादा सच्ची भावना मायने रखती है।
थोड़ी सादगी, थोड़ा प्यार और परिवार का साथ — यही है दिवाली की असली रौनक।